ईवीएम पर हो-हल्ला : मतदाताओं की भ्रांतिया दूर करने को निर्वाचन आयोग ने संभाला मोर्चा
Uproar over EVM: Election Commission takes charge to clear voters' misconceptions
10 जनवरी 24, मुरादाबाद। देश में पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद ईवीएम को लेकर हो-हल्ला फिर श्ुरू हो गया है। इस मर्तबा सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता महमूद प्राचा और भानू प्रताप सिंह समेत तमाम बुद्धजिीवी वर्ग के लोग ईवीएम हटाने को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। आंदोलनकारियों ने कथित तौर पर ईवीएम को हैक करने का दावा किया और यह लोग लगातार वर्ष 2024 का लोकसभा चुनाव पर्ची से कराने के फैसले तक आंदोलन का एलान कर रहे हैं। इस बीच निर्वाचन आयोग ने ईवीएम को निष्पक्ष बताने के लिए जागरुकता कार्यक्रम शुरू कर दिया है।
ईवीएम पूरी तरह निष्पक्ष
बुधवार को कलेक्ट्रेट में भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर जागरूकता कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटे आयोग का जागरुकता कार्यक्रम का उद्घाटन जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह ने किया। उन्होंने कलेक्ट्रेट में लगाई गई ईवीएम का बटन दबाकर मतदान की प्रकिया को समझा। ईवीएम के साथ मौजूद निर्वाचन आयोग के कर्मियों ने मतदाताओं को वोट डालने का तरीका समझाया और बताया कि किस तरह ईवीएम से वोट डाला जाता है और किस तरह परिणाम आते हैं। उन्होंने साफ किया कि ईवीएम को हैक नहीं किया जा सकता है और किसी तरह का घोटाला भी संभव नहीं है। उन्होंने जनता को बताया कि ईवीएम पूरी तरह निष्पक्ष है। जिलाधिकारी मानवेंद्र सिंह ने बताया कि ईवीएम पर किसी तरह की शंका करना गलत है। ईवीएम पूरी तरह निष्पक्ष और आायोग के निर्देशन में पारदर्शिता से चुनाव कराया जाता है। उन्होंने कहा कि आने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।