05 जुलाई 23, मुरादाबाद। भारत दुनिया में सर्वाधिक आबादी वाला देश बन गया है। सरकार को चिंता है जनसंख्या नियोजन की। ऐसे में राष्ट्रीय पुजारी परिषद के दो वर्ष पूर्ण होने पर किए गए सम्मेलन में हिंदुओं की घटती आबादी पर चिंता जताई हुए हिंदुओं से चार बच्चे पैदा करने का आह्वान किया। इस मौके पर हम दो हमारे चार का नारा गूंजा और प्रस्ताव भी पारित किया गया है। सम्मेलन में पुजारियों को वेतन नहीं दिए जाने पर सरकार से नाराजगी भी जाहिर की गई है।
पुजारियों को वेतन नहीं मिलने से खफा
राष्ट्रीय पुजारी परिषद द्वारा लाल बाग स्थित काली माता मंदिर में हुए सम्मेलन में परिषद के संस्थापक श्याम कृष्ण रस्तोगी ने बताया कि सरकार द्वारा घोषित पुजारी एवं पुरोहित कल्याण बोर्ड की ओर से राष्ट्रीय पुजारी परिषद को लेटर प्राप्त हुआ जिसमें सरकार द्वारा पुजारियों के साथ छल किया जा रहा है। बोर्ड के गठन के बाद उसमें बुजुर्ग शब्द जोड़ दिया गया और उसे वृद्धावस्था पेंशन के साथ जोड़ा गया है। वक्ताओं ने कहा कि मंदिर का पुजारी किसी भी उम्र का हो उसको वेतन भत्ता मिलना चाहिए। श्याम कृष्ण रस्तोगी ने सम्मेलन में पारित प्रस्तावों की जानकारी देते हुए बताया कि चार प्रस्तावों में रामगंगा को प्रदूषण मुक्त करने के लिए जानवरों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने की मांग के साथ आग्रह किया गया कि भक्त रामगंगा में किसी भी प्रकार के पूजन सामग्री नहीं डालें। शहर के सभी मंदिरों पर मंगलवार को आरती के पूर्व सामूहिक हनुमान चालीसा पढ़ने का प्रस्ताव पारित किया गया। शहर के मंदिरों पर हफ्ते में एक दिन क्षेत्रवासी बच्चों को बुलाकर धर्म की जानकारी दी जाएगी तथा संस्कारों के प्रति प्रेरित किया जाएगा। हिंदुओं की घटती संख्या पर चिंता व्यक्त की गई और हम दो हमारे चार का प्रस्ताव पारित किया गया है। सम्मेलन में मुख्य अतिथि साध्वी राघवेंद्री देवी महाराज, महामंडलेश्वर संजय नंद गिरी महाराज, आचार्य पुष्पराज शास्त्री, पंडित विनीत शर्मा मंच पर मौजूद रहे। अध्यक्षता आचार्य कामेश्वर मिश्रा व संचालन राष्ट्रीय पुजारी परिषद के संस्थापक श्याम कृष्ण रस्तोगी ने किया। अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के प्रांत मंत्री राकेश आत्रि, पंडित पवन शास्त्री, पंडित सतीश खंडूरी, महंत राकेश गुप्ता, रजत पारेख, पुजारी महेंद्र सिंह, दीपक तिवारी, पंडित कार्तिक शर्मा, पुजारी भारत सिसोदिया, पंडित सतीश शर्मा, पुजारी भास्करानंद, पुजारी राजेंद्र प्रसाद, पुजारी मदनलाल भारद्वाज, राजेश रस्तोगी, पंडित तेज नारायण मिश्रा, पंडित रमेश चंद्र शर्मा, पंडित हरि शंकर चतुवेर्दी, पंडित कृपा शंकर चतुवेर्दी, पंडित रविशंकर चतुवेर्दी, पंडित सुशील शर्मा आदि पुजारी मौजूद रहे।