02 मई 23, मुरादाबाद। आईपीएल का दौर यानी फटाफट क्रिकेट के इस मौके पर यूपी में खेला जा रहा है लोकसभा चुनाव का सेमीफाइनल, मतलब निकाय चुनाव। यहां से सांसद हैं गठबंधन के प्रत्याशी रहे डॉ. एसटी हसन। उन्हें अगले साल फिर चुनाव में उतरना है। सांसद ने महापौर के चुनाव में धीमी बल्लेबाजी से शुरुआत की थी, लेकिन चुनाव प्रचार के आखिरी दिनों यानी पारी के आखिरी ओवरों में चौके-छक्के लगाने की कोशिश करते देखा गया है।
प्रचार खत्म, घर-घर बैठकें शुरू
मुरादाबाद में महापौर पद के लिए 13 प्रत्याशी मैदान में हैं जिसमें भाजपा के विनोद अग्रवाल, सपा से हाजी रईस उद्दीन नईमी, बसपा से मौहम्मद यामीन, कांग्रेस से हाजी रिजवान कुरैशी मुख्य लड़ाई में दिखाई दे रहे हैं। भाजपा जहां ट्रिपल इंजन की सरकार बनाने के अह्वान और शहरी मतदाता के भाजपा का वोटर होने के सहारे जीत का दावा कर रही है, वहीं कांग्रेस शहर में बदलाव की बयार को जीत का आधार मान रही है। सपा को मुस्लिम-यादव के साथ पिछड़े वोटों पर भरोसा है तथा भाजपा से नाराज वोट मिलने के सहारे वह जीत के प्रति आशवान हैं और बसपा प्रत्याशी जातिगत और बसपा के परंपरागत वोट के सहारे जीत की आस लगाए हैं। प्रचार से जनता को लुभाने और रिझाने का वक्त खत्म होने के बाद घर-घर बैठकें करके वोटों को साधने की कोशिश शुरू हो गई है।
कांग्रेस-भाजपा एक सिक्के के दो पहलू : सांसद
मेयर चुनाव को लोकसभा चुनाव 2024 का सेमीफाइनल माना जा रहा है इसलिए सांसद डॉ. एसटी हसन पूरी तरह सक्रिय दिखाई दिए। चुनाव की पिच पर डॉ. हसन पहले स्लो खेलते दिखाई दिए और धीरे-धीरे उन्होंने अपने बल्लेबाजी को तेज किया और तेजी से रन बनाने के लिए चौके-छक्के लगाने की कोशिश करते देखा गया। इस बीच दूसरे छोर बल्लेबाजी कर रहे सपा महापौर प्रत्याशी हाजी रईस नईमी और उनके बीच रन बनाने को लेकर तालमेल का अभाव दिखा। हालांकि डॉ. एसटी हसन ने मेयर चुनाव का लोकसभा चुनाव पर असर पड़ने से इनकार करते हुए कहा कि पिछले चुनाव में भी सपा प्रत्याशी रहे हाजी यूसुफ अंसारी तीसरे नंबर पर आए थे, इसके बाद भी जनता ने उन्हें चुना। वह कहते हैं कि भाजपा और कांग्रेस एक सिक्के के दो पहलू हैं। कांग्रेस का साथ देने वाले भी कौम के वफादार नहीं हो सकते हैं। प्रदेश में भाजपा से सिर्फ सपा ही मुकाबला कर रही है और सपा ही इन्हें सत्ता से बेदखल कर सकती है। जनता को बहकावे में आने से बचना होगा और अपने बच्चों के मुस्तकबिल के लिए सपा को मजबूत करना ही होगा। बहरहाल, इस सेमीफाइनल का नतीजा 13 मई को सामने आएगा। जब वोटिंग मशीनें परिणाम उगलेंगी तो साफ होगा कि सपा प्रत्याशी और सांसद ने कितने रन बनाए और तभी मैच का रिजल्ट भी साफ होगा।