19 मार्च 23, ग्रेटर नोएडा। हस्तशिाल्प निर्यात संवर्द्धन परिषद और उपहाल मेले के आयोजन से जुड़े लोगों की तमाम कोशिशों और रणनीति के बावजूद मेला वैश्विक मंदी का शिकार हो गया है। यूरोपीय देशों में जंग का असर और अमेरिकी देशों में मंदी से विश्व आहत है। फ्रैंकफुर्त मेले में बायर्स की आमद से निर्यातकों के चेहरे खिले थे और कारोबार की आस जगी थी, लेकिन दिल्ली फेयर में कारोबार अधिक परवान नहीं चढ़ सका। निर्यातकों के कोराबारी मंदी के दावे के बीच आयोजकों ने दावा किया है कि करीब 108 देशों के साढ़े छह हजार देसी और विदेशी खरीददार तथा बाइंग एजेंट ने मेले में उत्पादों को देखा है। उन्होंने कहा है कि फेयर में ग्राहकों की रुचि निर्यातकों में सकारात्मकता का संचार हुआ है।
ईपीसीएच बोली-35 सौ करोड़ की इंक्वारी
इंडिया एक्सपो मार्ट एंड सेटर में आयोजित पांच दिवसीय मेले का रविवार शाम को समापन हो गया। समापन के दौरान प्रदेश के कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी व राकेश सचान, अतिरिक्त मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद आदि रहे। समापन अवसर पर अजय शंकर और पी.एन. सूरी मेमोरियल अवार्ड्स प्रदान किये गए। समारोह में डॉ. राकेश कुमार, राज कुमार मल्होत्रा, नीरज खन्ना, अवधेश अग्रवाल, परविंदर सिंह, रवींद्र नाथ, दीपक गुप्ता, आरके पासी, डी कुमार, सागर मेहता, प्रदीप मुछल्ला, हेमंत जुनेजा, के.एल. रमेश, प्रिंस मलिक, राजेश जैन, लेखराज माहेश्वरी भी उपास्तिथ थे। मेले में प्रतिभाग कर रहे अधिकांश निर्यातकों का कहना है कि मेले में बायर्स की संख्या अपेक्षाकृत कम रही और आने वाले ग्राहक भी खरीददारी से अधिक उत्पाद सलेक्शन व प्राइज जानने पर रहा।
ईपीसीएच के महानिदेशक डॉ.राकेश कुमार ने कहा है कि हमारे प्रदर्शकों ने खरीदारों को जोड़ने और उन्हें लुभाने के लिए अद्वितीय और उत्कृष्ट डिस्प्ले बनाने के अतिरिक्त प्रयास भी किए। नए उत्पाद, नवाचारों ने अधिक व्यवसाय का पता लगाया है क्योंकि कई निर्यातकों ने अपनी खरीदार सूची में वृ्द्धि की है। मेले में प्रदर्शकों का समान रूप से इस तरह के उत्पादों और वरीयताओं के प्रति झुकाव रहा है और उन्होंने खरीदारों को कई संभावनाओं के साथ-साथ अगले मेले की संभावना के साथ सुखद रूप से आश्चर्यचकित किया है। कार्यकारी निदेशक आरके वर्मा ने कहा है कि मेले ने 108 देशों के 6495 विदेशी खरीदारों और खरीद प्रतिनिधियों के साथ-साथ घरेलू खरीदारों को आकर्षित किया है। मेले में लगभग 3500 करोड़ रुपये की व्यावसायिक पूछताछ हुई जो आगे आर्डर में तब्दील होगी। उन्होंने बताया कि मुख्य रूप से संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त अरब अमीरात, फ्रांस, जर्मनी, नीदरलैंड, डेनमार्क, बेल्जियम, स्वीडन, स्पेन, जापान, कोरिया, आॅस्ट्रेलिया, सिंगापुर, हांगकांग, इजराइल, सऊदी अरब, तुर्की, इटली से ग्राहक आए थे। मेला आशाजनक व उत्साह जनक रहा तथा नई शुरूआत का मार्ग प्रशस्त करता है।