सियासत के रंग : सपा सुप्रीमो ने निष्कासित नेता के दरवाजे पर रोका काफिला, सपा में चर्चाओं का दौर
Colors of politics: SP supremo stopped the convoy at the door of the expelled leader, round of discussions in SP
6 फरवरी 23, मुरादाबाद। सियासत के अजीब रंग होते हैं और ऐसा ही नजारा शहर में देखने के बाद समाजवादी पार्टी के दिग्गजों में हलचल है। हुआ यंू कि पूर्व विधायक हाजी यूसुफ अंसारी के बेटे फैसल अंसारी के वलीमे में शिरकत करने आए अखिलेश यादव ने सपा से निष्कासित किए गए सलाहुद्दीन मंसूरी के घर के सामने अपनी कार रोक ली। उन्होंने बेहद जोशीले अंदाज में निष्कासित नेता से मुलाकात कीे। सलाहुद्दीन ने भी इस मौके पर दिल खोलकर इस्तकबाल किया और निशानी-ए-यादगार के तौर पर मुरादाबादी उत्पाद भेंट किये।
भेंट किया लैंप ओर एल्युमिनियम का घोड़ा
दलअसल, विधानसभा चुनाव से पहले सपा नेता सलाहुद्दीन मंसूरी को एक फोन पर बातचीत की अडियो क्लिप के वायरल होने पर महानगर कमेटी ने निष्कासित कर दिया था। वैसे तो प्रदेश सचिव के पद पर रहे सलाहुद्दीन को निष्काासित करने का पत्र महानगर महासचिव द्वारा जारी किया गया था। सलाहुद्दीन तब से पार्टी से अलग हैं और किसी पार्टी में शामिल नहीं होने से चर्चा है कि वह निष्कासन के छह साल पूरे होने का इंतजार कर रहे हैं । निेष्कासन के पीछे पूर्व विधायक से उनका सियासी विवाद अहम माना जाता है। बहरहाल, शनिवार दोपहर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने दरियादिली दिखाते हुए अंसार इंटर कॉलेज पर हाजी सलाहउद्दीन मंसूरी एवं नौमान मंसूरी के मकान पर अपना काफिला रोक दिया। उन्होंने कार से उतर कर सबसे हाथ मिलाया और सलाहुद्दीन से जोशीले अंदाज में गुफ्तगू की। नोमान मंसूरी ने मुरादाबाद के आर्टिजंस के बारे में चर्चा की। अखिलेश यादव को पीतल के लैंप ओर एल्युमिनियम का घोड़ा भेंट किया गया। इस मौके पर जमीअत उल मंसूर के जिÞला अध्यक्ष तस्लीम मंसूरी, हाजी समीउल्लाह, हिलाल आलम, अफजाल आलम, जमाल आलम, जुनैद आमान, हम्माद, सिकंदर अली, शबाब आदि मौजूद रहे। अखिलेश और सलाहुद्दीन की मुलाकात के सियासी हल्कों में अलग-अलग मायने निकाले जा रहे हैं।