
मौहम्मद कैफ।
22 सितंबर 24, मुरादाबाद । जिले की बिलारी तहसील में जन्में बालक ने इतिहास रच दिया और देश का नाम रोशन करके देश्वासियों को गर्व का अहसास कराया है। यहां के मौहम्मद कैफ ने कजाकिस्तान में हुए अंतर्राष्ट्रीय खेलकूद प्रतियोगिता के पॉवरलिफ्टिंग में शानदार प्रदर्शन करके दो गोल्ड मेडल हासिल किए हैं और कजाकिस्तान लीग पर कब्जा कर लिया है। अब बिलारी समेत जिले के बाशिंदे और खेलप्रेमी कैफ के स्वागत की तैयारी में जुटे हैं।
अंतराष्ट्रीय लीग व टाइटल ट्रॉफी पर कब्जा
कजाकिस्तान के शहर करागन्डा में नेशनल पॉवरलिफ्टिंग एसोसिएशन वर्ल्ड के बैनर तले मल्टी स्पोर्ट्स स्टेडियम में बीते सप्ताह से इंटरनेशनल खेल जारी थे। अंतराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता में आयरलैंड, किर्गिस्तान, कजाकिस्तान, भारत, रशिया, तुर्की, मलेशिया, उज्बेकिस्तान, ईरान, ईराक, कुवैत, बहरीन, नेपाल, अजरबैजान, तुर्कमेनिस्तान, मंगोलिया, आर्मेनिया, जियोर्जिया समेत कुल 35 देशों के खिलाड़ियों ने भाग लिया। देश की तरफ से उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले की तहसील बिलारी में रहने वाले मौ कैफ को पॉवरलिफ्टिंग खेल के लिए चुना गया। उनका चयन में ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। जानकारी मिली है कि कैफ पूर्व में पॉवरलिफ्टिंग खेलो में कई गोल्ड जीत चुके हैं इससे पूर्व इस युवा खिलाड़ी ने नार्थ इंडिया के टाइटल पर कब्जा किया था जिसमे उन्होंने फाइनल में पहुचकर हरियाणा के पहलवान को पछाड़ा था। कजाकिस्तान में कैफ ने पहले दिन बेंचप्रेस खेला, दूसरे दिन डेडलिफ्ट और तीसरे दिन फाइनल में पहुचकर स्ट्रिक्ट कर्ल्स खेल कर भार उठाया।
इन तीनो दिन मौ कैफ ने कुल 595 किलो भार उठाकर कजाकिस्तान की अंतराष्ट्रीय लीग पर कब्जा कर लिया। कैफ की जीत पर कजाकिस्तान में पहली पर भारत का राष्ट्रगान बज उठा और तिरंगा लहराता देख हर देशवासी गदगद हो गया। उन्होंने अपना नाम इतिहास में दर्ज करा लिया है। फाइनल में मौ कैफ का मुकाबला रशिया और तुर्की के दमदार पहलवानों से था जिन्हें पछाड़ कर दो गोल्ड मैडल भारत के लिए जीते और एनपीए टाइटल ट्रॉफी भी हासिल करके देश्वासियों का सीना गर्व से चौड़ा कर दिया। बिलारी नगर के साथ जिले भर में खुशी की लहर दौड़ गई है। परिवार को बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। कैफ के भाई नोमान जमाल ने बताया कि कैफ के स्वदेश आने पर जोरदार स्वागत की तैयारी की जा रही है।