12 अक्टूबर 23, ग्रेटर नोएडा। इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट में आईएचजीएफ दिल्ली मेला आटम-23 और फर्नीचर शो की शुरुआत हो गई। उद्घाटन दिवस पर विदेशी ग्राहकों की चहल-पहल से साफ हुआ कि मेले पर फिलीस्तीन-इजराइल जंग का असर नहीं पड़ा है। केंद्रीय कपड़ा व रेल राज्य मंत्री दर्शना वी. जरदोश ने अपने संदेश में थीम ‘लोकल फार ग्लोबल’ थीम की सराहना करते हुए मेले को सरकार के आत्मनिर्भर भारत की योजना के अनुरूप बताया है। मेले का उद्घाटन ईपीसीएच अध्यक्ष दिलीप बैद ने किया।
मेला आत्मनिर्भर भारत के अनुरूप
मेले के उद्घाटन समारोह में आईईएमएल के अध्यक्ष डॉ. राकेश कुमार ने कहा कि उपहार मेला कई गुना बढ़ चुका है। ईपीसीएच द्वारा चलाए गए व्यापक प्रचार अभियान के साथ, बड़ी संख्या में विदेशी खरीदार, थोक विक्रेता और खुदरा विक्रेता पहले ही शो में आने के लिए पंजीकरण करा चुके हैं। इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट अपनी विश्व स्तरीय सुविधाओं के साथ आगंतुकों की भीड़ की मेजबानी करने के लिए एक आदर्श स्थान है। ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक आर के वर्मा ने मेले की सफलता की कामना करते हुए मेले को शिल्प उद्योग को बढ़ावा देने और उन्हें बातचीत करने, ज्ञान साझा करने और व्यावसायिक अवसरों का पता लगाने का एक उत्कृष्ट माध्यम बताया। नरेश बोथरा, एस के गोयल, राज के मल्होत्रा, रवि के पासी, डी. कुमार, सागर मेहता, सलमान आजम, गिरीश अग्रवाल, लेखराज माहेश्वरी, नावेद उर रहमान, अरशद मीर, सिमरनदीप सिंह कोहली, राजेश जैन, जेस्मिना जेलियांग, केएल रमेश, हंसराज बाहेती, मुचल्ला आादि मौजूद रहे।
बंधी अच्छे कारोबार की उम्मीद
उपहार मेले में प्रतिभाग कर रहे ईपीसीएच के पूर्व उपाध्यक्ष अनूप शंखधार मे बताया कि बड़ी संख्या में यूरोपीय देशों के खरीददारों ने श्रिकत की है। इससे साफ होता है कि अब मंदी का असर खत्म होने की तरफ है। उन्होंने कहा कि अमेरिका समेत दीगर देशों के खरीददार भी मेले में घूम रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह आशंका जताई गई थी कि मेले पर इजराइल-फिलीस्तीन युद्ध का प्रभाव पड़ सकता है वैसा नहीं है। बायर्स में उत्पाद सलेक्शन के प्रति गंभीरता दिखाई दी है। उन्होंने आशा जताई है कि मेले के आने वाले चार दिनों में अच्छा कारोबार हो जाएगा। उल्लेखनीय है कि मेले में करीब तीन हजार से अधिक निर्यातक प्रतिभाग कर रहे हैं। शिल्पकारों द्वारा कला का प्रदर्शन किया जा रहा है तथा निर्यात के विभिन्न पहलुओं पर ज्ञान सेमीनार भी होने हैं।