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घूसखोरी पर वार : मुरादाबाद में महिला दरोगा 5000 की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार, विभाग में हड़कंप

Attack on bribery: Female inspector arrested red handed while taking bribe of Rs 5000 in Moradabad, stir in the department

20 नवंबर 23, मुरादाबाद। थानों में आम जनता का उत्पीड़न बढ़ता जा रहा है। डिलारी थाने में बिना वजह ग्रामीण को परेशान करने और पच्चीस हजार रुपये रिश्वत मांगने का मामला सामने आया है। ग्रामीण ने साहस दिखाते हुए एंटी करप्शन में शिकायत दर्ज कराई और भ्रष्टाचार निवारण की टीम ने योजनाबद्ध तरीके से कार्य को अंजाम देते हुए महिला दरोगा को थाने में पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया है।

नाम किसी का दाम किसी से

बताया जाता है कि थानाक्षेत्र के गांव चटकाली निवासी विवाहिता ने तीन तलाक और दहेज एक्ट का मुकदमा थाना डिलारी पुलिस में पंजीकृत कराया था, जिसकी विवेचना महिला दरोगा पिंकी शर्मा कर रही हैं। विवेचक दरोगा पिंकी शर्मा ने इस मामले में डिलारी के गांव बडेरा निवासी हशमत सिद्दीक को थाने में बुलाकर सख्त कार्रवाई करने की धमकी दी। हशमत सिद्दीक का आरोप है कि वह दरोगा को समझाता रहा कि रिपोर्ट में हशमत बशीर नाम दर्ज है और गांव भी मुस्तापुर है, जबकि वह बडेरा का रहने वाला है और उसका नाम हशामत सिद्दीक है, लेकिन दरोगा ने उससे 25 हजार रुपये की मांग कर दी। हशमत ने बताया कि महिला दरोगा द्वारा जेल भेजने की धमकी देने पर उसने भ्रष्टाचार निवारण संगठन मुरादाबाद में शिकायत की थी। योजना के मुताबिक हशामत अली सोमवार सुबह को थाने पहुंचा था। महिला हेल्प डेस्क कार्यालय में बैठकर दरोगा पिंकी ने उससे रिश्वत के पांच हजार रुपये लिये तभी एंटी करप्शन टीम के सदस्यों ने रंगे हाथों पिंकी शर्मा को गिरफ्तार कर लिया। एंटी करप्शन टीम में मौजूद निरीक्षक जगदीश यादव, नवल मांडवा, विनोद कुमार, दरोगा विजय कुमार, हेड कांस्टेबल सतीश कुमार व महिला हेड कांस्टेबल सीमा खान आदि रहे।

अब तक पकड़े गए ये भ्रष्टाचारी

डिप्टी एसपी एंटी करप्शन मोहम्मद फाजिल सिद्दीकी ने बताया कि क्षेत्र में किसी भी प्रकार की भ्रष्टाचार की सूचना 8299002178 पर दे सकते हैं। भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों को पकड़ने के लिए सक्रिय टीम के सदस्य गांव काजीपुरा निवासी माशूक अली और हसमत अली ने बताया कि वर्ष 2006 में शिक्षा अधिकारी डिलारी केके राय, 2007 में सप्लाई इंस्पेक्टर ठाकुरद्वारा प्रभाकर देव, 2010 में तहसीलदार राजीव उपाध्याय 2011 में थाना डिलारी में तैनात कांस्टेबल शकील अहमद और दरोगा महेंद्र पाल 2015 में सप्लाई इंस्पेक्टर ठाकुरद्वारा नरेश को पकड़वा चुके हैं। क्षेत्रवासियों ने भ्रष्टाचारियों को पकड़वाने वाली सक्रिय टीम का उत्सवर्धन किया है। एंटी करप्शन की कार्रवाई से पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है।

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